जब हम इस दुनिया में आते है ... तो लोग खुशिया मनाते है ! इक मासूम चेहरा भगवान का स्वरुप होता है, निर्दोष चेहरा ना दुनिया कि समझ ना दुनियादारी ... हम बड़े होते है ये बदलता रहता है , रहता है तो केवल यादें ...... लोग भी इसी से याद रखते है ! वो ऐसा था वो वैसा था .... कल समय बिताता जायेगा ... उम्र गुज़र जाएगी.. झुर्रीया पड़ जाएँगी ! जो आज है कल नहीं रहेगा पर रहेंगी यादें ... हम ऐसा करे कि ये जो आज है चेहरा लोगों के दिल में बस जाय ..... कभी अलग ना हो वही है असली चेहरा ..... जो रहता है सदैव हम रहे ना रहे ! मेरे साथ लोगों के साथ .......
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